क्या पाकिस्तानी खिलाड़ी फिर से IPL में खेलेंगे? BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला का बड़ा बयान
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग मानी जाती है, जहां दुनिया भर के बेहतरीन खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। हालांकि, पाकिस्तान के क्रिकेटरों को इस लीग में खेलने की अनुमति नहीं है।
IPL के पहले सीजन (2008) में 12 पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भाग लिया था, लेकिन 2009 में मुंबई आतंकी हमले के बाद BCCI ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को लीग से प्रतिबंधित कर दिया। तब से लेकर अब तक यानी 17 साल हो गए हैं, लेकिन पाकिस्तान के किसी भी क्रिकेटर ने IPL में हिस्सा नहीं लिया।
इस दौरान कई बार पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने IPL में खेलने की इच्छा जताई, लेकिन दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों की वजह से यह संभव नहीं हो सका। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट से जुड़े मुद्दों पर हमेशा राजनीति का असर रहा है। 2008 के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज भी बहुत कम हुई है। आखिरी बार 2012-13 में पाकिस्तान की टीम भारत दौरे पर आई थी, जब उन्होंने वनडे और टी20 सीरीज खेली थी। इसके बाद से दोनों देशों ने सिर्फ ICC टूर्नामेंट या एशिया कप में एक-दूसरे के खिलाफ मैच खेले हैं।
IPL टीमों की पाकिस्तानी खिलाड़ियों में दिलचस्पी
BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला से जब पूछा गया कि क्या IPL फ्रेंचाइज़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल करना चाहती हैं, तो उन्होंने साफ कहा कि कुछ टीमों की इस पर रुचि जरूर होती है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा,
*"कुछ फ्रेंचाइज़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को लेकर चर्चा करती हैं, लेकिन मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए यह बहुत मुश्किल लग रहा है। जब तक भारत सरकार अनुमति नहीं देती, तब तक पाकिस्तानी खिलाड़ियों की वापसी संभव नहीं है।"*
पाकिस्तानी खिलाड़ी दुनियाभर की कई टी20 लीग्स में खेलते हैं, जैसे कि बिग बैश लीग (BBL), पाकिस्तान सुपर लीग (PSL), कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) और द हंड्रेड। हालांकि, IPL से उनकी गैरमौजूदगी का उन्हें आर्थिक रूप से भी नुकसान होता है, क्योंकि IPL बाकी सभी लीगों से कहीं ज्यादा पैसा और प्रसिद्धि प्रदान करता है।
क्या IPL में पाकिस्तानी खिलाड़ी किसी अन्य भूमिका में रहे हैं?
हालांकि, खिलाड़ियों पर बैन के बावजूद कुछ पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर्स IPL में अलग-अलग भूमिकाओं में नजर आ चुके हैं।
- **वसीम अकरम** कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बॉलिंग कोच के रूप में काम कर चुके हैं और उन्होंने टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई थी।
- **रमीज राजा** ने भी IPL में कई वर्षों तक कमेंट्री की थी और भारतीय दर्शकों के बीच उनकी कमेंट्री काफी लोकप्रिय रही थी।
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में IPL में पाकिस्तानी क्रिकेट से जुड़ी कोई बड़ी भूमिका देखने को नहीं मिली है। अब न तो पाकिस्तानी खिलाड़ी IPL में खेलते हैं और न ही कमेंट्री या कोचिंग स्टाफ में शामिल होते हैं।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट सीरीज पर राजीव शुक्ला का बयान
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज को लेकर भी राजीव शुक्ला ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब तक भारत सरकार से मंजूरी नहीं मिलती, तब तक कोई द्विपक्षीय सीरीज आयोजित नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा,
*"अभी हमें सरकार से अनुमति नहीं मिली है। भविष्य में कभी ऐसा हो सकता है, लेकिन अभी के लिए कोई मंजूरी नहीं है, भले ही सीरीज न्यूट्रल वेन्यू पर कराने की बात हो।"*
उन्होंने यह भी बताया कि भारत-पाकिस्तान सीरीज को लेकर कई बार ICC और अन्य क्रिकेट बोर्ड्स के स्तर पर बातचीत हुई है, लेकिन असली फैसला भारत सरकार के हाथ में होता है। उन्होंने कहा,
*"हम चाहते हैं कि दोनों टीमें एक-दूसरे के देश में खेलें, लेकिन इसके लिए सरकार की मंजूरी और सुरक्षा क्लियरेंस जरूरी है। श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर हुए हमले के बाद से ही हालात बदल गए। सुरक्षा एक बड़ी चिंता है, और जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती, तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संभव नहीं है।"*
*क्या भविष्य में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की IPL में वापसी संभव है?*
क्रिकेट फैंस के मन में यह सवाल हमेशा रहता है कि क्या भविष्य में पाकिस्तानी खिलाड़ी फिर से IPL में खेल पाएंगे? इसका जवाब काफी हद तक भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक रिश्तों पर निर्भर करता है। जब तक दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य नहीं होते और भारत सरकार हरी झंडी नहीं देती, तब तक यह संभावना न के बराबर है।
इसके अलावा, पाकिस्तान की अपनी लीग PSL भी अब एक स्थापित ब्रांड बन चुकी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) भी नहीं चाहेगा कि उनके टॉप खिलाड़ी IPL में जाएं और PSL की लोकप्रियता पर असर पड़े। हालांकि, खिलाड़ियों के व्यक्तिगत रूप से IPL में खेलने की इच्छा हमेशा बनी रही है।
निष्कर्ष
फिलहाल, IPL में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की वापसी की संभावना बहुत कम है। भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों पर राजनीति का प्रभाव हमेशा रहा है, और जब तक दोनों देशों के बीच सरकार स्तर पर कोई सकारात्मक पहल नहीं होती, तब तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा।
हालांकि, क्रिकेट फैंस हमेशा भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबले देखने के इच्छुक रहते हैं, चाहे वह IPL हो या कोई अन्य टूर्नामेंट। भविष्य में अगर दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधरते हैं, तो हो सकता है कि पाकिस्तानी खिलाड़ी एक बार फिर IPL का हिस्सा बनें। लेकिन फिलहाल, यह सिर्फ एक सपना ही लगता है।
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