Rajat Patidar: IPL से रिलीज़ होने से लेकर RCB के Captain बनने तक की अद्भुत यात्रा!

राजत पाटीदार: आईपीएल से रिलीज़ होने से लेकर आरसीबी के कप्तान बनने तक की अद्भुत यात्रा!




कभी सोचा था कि जो खिलाड़ी एक बार आईपीएल में अनसोल्ड हो जाए, वो आगे चलकर उसी टीम का कप्तान बन सकता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं राजत पाटीदार की, जिन्होंने मेहनत, धैर्य और जबरदस्त बल्लेबाजी से खुद को साबित किया और अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के नए कप्तान बन गए हैं। चलिए, उनकी इस जबरदस्त यात्रा को थोड़ा मज़ेदार अंदाज़ में जानते हैं!

शुरुआती संघर्ष: "अरे भैया, ये तो आउट ही हो गए!"

राजत पाटीदार का क्रिकेट से रिश्ता बचपन से ही जुड़ गया था। आठ साल की उम्र में जब बच्चे पतंग उड़ाने और गिल्ली-डंडा खेलने में लगे होते हैं, तब ये बल्ला घुमा रहे थे। 2015 में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और फिर 2021 में आईपीएल में RCB का हिस्सा बने। लेकिन यहाँ मामला गड़बड़ हो गया!

चार मैच खेले, 71 रन बनाए और फिर टीम ने सोचा - "भैया, ये तो हमारे लिए फिट नहीं बैठ रहे।" और धड़ाम! एक ही सीजन के बाद उन्हें टीम से रिलीज़ कर दिया गया। 2022 की नीलामी में कोई खरीददार नहीं मिला। हालत ऐसी हो गई कि क्रिकेट छोड़ने का मन करने लगा।

"कमबैक जोरों का था, लेकिन शुरू में गड़बड़ हो गई थी!"

भाग्य को कुछ और ही मंजूर था! 2022 के सीजन में RCB के एक खिलाड़ी चोटिल हो गए और टीम को रिप्लेसमेंट चाहिए था। ऐसे में पाटीदार को फिर से बुलाया गया। अबकी बार पाटीदार ने बल्ले से ऐसा जवाब दिया कि सब देखते रह गए। एलिमिनेटर मैच में उन्होंने 49 गेंदों में 112* रन ठोक दिए। यह ऐसा धमाका था कि RCB वालों को अपने पुराने फैसले पर पछतावा होने लगा!

अब उन्हें वापस रिटेन कर लिया गया और 2023 सीजन के लिए टीम में रखा गया। हालाँकि, प्रदर्शन थोड़ा अप-डाउन रहा, लेकिन फिर भी उन्हें टीम ने बनाए रखा।

"टीम इंडिया का बुलावा और कप्तानी की चाबी!"

उनके प्रदर्शन को देखकर भारतीय चयनकर्ताओं की आँखें भी चमक उठीं और 2023 के अंत में उन्हें भारतीय वनडे टीम में शामिल कर लिया गया। फिर 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में भी जगह मिल गई। अब तक सब बढ़िया चल रहा था, लेकिन सबसे बड़ा तोहफा उन्हें 2024 के अंत में मिला – RCB ने उन्हें कप्तान बना दिया!

अब भई, सोचो! जो खिलाड़ी कभी टीम से बाहर कर दिया गया था, वही अब उसी टीम का बॉस बन गया! इसे कहते हैं – बल्लेबाजी ऐसी हो कि विरोधी भी तारीफ करने लगें।

"RCB के कप्तान बनने के बाद पाटीदार का कहना:"

राजत पाटीदार ने कहा, "RCB मेरे दिल के बहुत करीब है। जब मुझे रिटेन किया गया, तभी मुझे एहसास हो गया था कि टीम को मुझ पर भरोसा है। अब जब कप्तानी मिली है, तो मैं इसे और भी अच्छे से निभाने की कोशिश करूंगा।"

उन्होंने यह भी बताया कि कैसे मध्यप्रदेश के लिए कप्तानी करने का अनुभव उन्हें RCB के लिए लीडर बनने में मदद करेगा। "मैंने बहुत कुछ सीखा है और मुझे खिलाड़ियों की मानसिकता समझने में मज़ा आता है। कप्तान बनने के लिए यही जरूरी होता है।"

"आगे क्या?"

अब सवाल ये है कि RCB पहली बार ट्रॉफी जीतेगी या नहीं? क्योंकि विराट कोहली से लेकर फाफ डू प्लेसिस तक कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन ट्रॉफी की बात आते ही RCB वालों को पानी-पानी होना पड़ता है।

राजत पाटीदार को ये चुनौती मिलेगी कि वो इस परंपरा को तोड़ें और RCB के लिए पहला आईपीएल खिताब लेकर आएं। क्या वो ऐसा कर पाएंगे? या फिर RCB फैंस को फिर से "Ee Sala Cup Namde" कहकर अगले साल का इंतजार करना पड़ेगा? ये तो समय ही बताएगा!

फिलहाल, राजत पाटीदार की इस संघर्ष और सफलता की कहानी उन सभी के लिए एक प्रेरणा है, जो कभी असफलताओं से घबरा जाते हैं। अगर मेहनत करो, तो एक दिन दुनिया आपको पहचान ही लेती है!

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